क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि मोटर साइकिल बनाने वाली सभी कंपनीस ऐसी कोई बाइक क्यों नहीं बनाती, जिसका इंजन डीजल पर काम करता हो। आखिर इसकी क्या वजह हो सकती है ?
आज हमे बाजार में अलग-अलग मॉडल के नए बाइक्स देखने को मिलते हैं। इन बाइक्स में हम बहुत तरह की सीसी, इंजन पावर, डिजाइन आदि जैसे कई गुण देखते हैं। पर इसमें सबसे मुख्य बात ये होती है कि इन सभी बाइक्स का इंजन पेट्रोल पर चलता है। अब तो हमे बाजार में इलेक्ट्रिक बाइक भी देखने को मिल रहा है। परन्तु अभी तक हमने डीजल इंजन वाला बाइक मार्केट में आते नहीं देखा है। पर क्या आपके मन में कभी यह सवाल आया है कि जब एक कार का इंजन डीजल से चल सकता है, तो फिर एक बाइक में डीजल इंजन क्यों नहीं लग सकता ? आइये जाने इसका क्या कारण है ?
असल में होता यह है कि एक कार का इंजन 24:1 में होता है, जबकि एक पेट्रोल इंजन का अनुपात 11:1 होता है। डीजल इंजन का अनुपात अधिक होने के कारण यह बहुत बड़ा हो जाता है। इसीलिये अब यदि इससे बाइक बनाया जाये , तो इसका इंजन भी बहुत ही बड़ा बन जायेगा। जो बाइक को सूट नहीं करेगा। इसके साथ ही एक डीज़ल इंजन को बनाने के लिए बहुत ही भारी धातु का इस्तेमाल किया जाता है।
इसके अतिरिक्त उच्च दबाव अनुपात के कारण एक डीजल इंजन में कम्पन भी बहुत अधिक होता है। साथ ही इसकी आवाज़ पेट्रोल इंजन की तुलना में बहुत अधिक होती है। यही कारण है कि जब भी इसे बड़ा बनाना पड़ता है, तो इससे लाइट व्हीकल इंजन में बहुत समस्या हो जाती है।
पेट्रोल की तुलना में एक डीजल में अधिक ऊर्जा होती है। जब किसी व्हीकल का डीजल जलता है, तो यह अधिक ऊष्मा बाहर निकालता है। जिससे इंजन तथा सिलेंडर के भाग को खतरा रहता है। इसलिए यह ऊष्मा कम करने के लिए ग्रेटर सरफेस एरिया के साथ-साथ कूलिंह सिस्टम का प्रयोग भी किया जाता है। जिस कारणवश यह इंजन बहुत बड़ा हो जाता है, और बाइक में इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।
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