जब भारतीय मुद्रा में नोटों की बात आती है, तो 100, 200, 500 और 2000 के नोट होते हैं, जबकि ज्यादातर लोग इन नोटों का इस्तेमाल अपने दैनिक लेन-देन में भी करते हैं। लेकिन आज 90% लोगों ने भारतीय करेंसी नोटों पर तिरछी रेखाओं पर ध्यान नहीं दिया होगा!
यानी आपने सभी नोटों में दो जोड़ी लाइनें देखी होंगी, लेकिन इसका मतलब कोई नहीं जानता. ऐसे में बहुत से लोग नोटों पर लगी रेखाओं को देखते हैं और सोचते हैं कि यह रेखा क्यों बनाई गई है। लेकिन मैं आपको बता दे, हकीकत बहुत अलग है।
इतना ही नहीं नोट पर लगी लाइन काफी अहम रही है। आज हम आपको सभी नोटों पर दिखने वाली रेखाओं के बारे में बता रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक नोटों पर इन पंक्तियों को ‘ब्लीड मार्क्स’ कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि ये रेखाएं विशेष रूप से दृष्टिबाधित लोगों के लिए बनाई गई हैं।
नोट पर इन पंक्तियों को छूकर वे बता सकते हैं कि यह कितने रुपये के नोट हैं। इसलिए 100, 200, 500 और 2000 के नोटों पर अलग-अलग नंबर की रेखाएं खींची गई हैं। और इन पंक्तियों से नेत्रहीन लोग नोट्स के बारे में जान सकते हैं।
आप देखेंगे तो पाएंगे कि 100 रुपए के नोट में दोनों तरफ चार रेखाएं होती हैं, जिसे आप आंख बंद करके छूकर बता सकते हैं कि यह 100 रुपए का नोट है। इसी तरह, 200 के नोट में दोनों तरफ चार रेखाएं होती हैं, सतह पर दो शून्य होते हैं।
वहीं 500 के नोट में 5 और 2000 के नोट के दोनों तरफ 7-7 लाइनें होती हैं जो आसानी से इसकी कीमत पहचान सकती हैं।
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