सामान्य ज्ञान विषय आज के समय समय में हर किसी को पसंद आता है चाहे वह बच्चा हो या बड़ा यह एक ऐसा विषय है जिसके सवाल हर किसी को पसंद आते है और एक से बढ़कर एक चीज़ सिखने को मिलते है, दूसरी तरफ यूपीएससी के परीक्षा की हम बात करे तो, यूपीएससी की परीक्षा हमारे देश में हर साल लाखों बच्चे देते हैं, और इस एग्जाम को पास करने के बाद आता है इंटरव्यू राउंड जिसमे कुछ ही लोग पहुंच पाते हैं और ये जानकारी तो सबको होती है की ये परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा में से एक है।
इंटरव्यू राउंड में सभी कैंडिडेट से उनके विश से जुड़े कई तरह के सवाल पूछे जाते और साथ में उनसे कई ट्रिकी सवाल भी किये जाते जिससे उनके IQ लेवल का अंदाज़ा लगता है कई बार तो ऐसे सवाल भी पूछ लीये जाते है जिसे सुनकर कई सारे कैंडिडेट सोच में पर जाते है और अपनी हाथ में आयी नौकरी को गवा देते है. इसलिए आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपके लिए कुछ ऐसे सामान्य ज्ञान के सवाल लेके आये है जो देखने में तो काफी आसान है लेकिन इसका जवाब बहुत कम ऐसे लोग होंगे जिन्हे पता होगा तो चलिए बिना समय बर्वाद किये शुरू करते है
प्रश्न 1 : एप्पल कंपनी ने किन लोगों को अपना फोन इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी है?
उत्तर : आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि एप्पल कंपनी ने फिल्मों में किसी भी विलेन को आईफोन इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी है।
प्रश्न 2 : सबसे बड़ा घोंसला बनाने वाली सामाजिक चिड़ियां का नाम क्या है?
उत्तर : “बया” सबसे बड़ा सामाजिक घोंसला बनाने वाली चिड़िया है। इसके घोंसले में 33 कक्ष हो सकते हैं। जुलाहा परिवार की यह चिड़ियां अपना लटकने वाला मोज़ा जैसा घोंसला बनाने के लिए प्रसिद्ध हैं।
प्रश्न 3 : रेत खाने वाली महिला का नाम क्या है?
उत्तर : बनारस के कटारी गांव की रहने वाली कुसुमवती देवी एक ऐसी महिला हैं, जो पिछले 63 सालों से रेत खा रही हैं। हैरत की बात तो यह है कि यह पूरी तरह से स्वस्थ हैं, और इन्हे कोई बीमारी नहीं है।
प्रश्न 4 : हाल ही में जापान ने किस प्रकार का मास्क बनाकर तैयार किया है?
उत्तर : अभी हाल ही में जापान ने एक ऐसा मास्क बनाया है, जी वायरस से सुरक्षा के साथ साथ आपकी भाषा को दूसरी भाषा में भी बदल देती है।
प्रश्न 5 : किस विद्यालय में फीस के बदले प्लास्टिक का कचरा लिया जाता है?
उत्तर : असम के गुवाहाटी में फाउंडेशन स्कूल में फीस के बदले प्लास्टिक का कचरा लिया लिया जाता है। इस स्कूल में आने वाले बच्चे अपने एक हांथ में बैग और दूसरे हाथ में कचरे की थैली लिए रहते हैं। इससे गरीब बच्चे पढ़ भी लेते हैं। और पर्यावरण दूषित होने से भी बच जाता है।
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