प्रश्न 1 : तकिए का आविष्कार कैसे हुआ?
उत्तर : प्राचीन समय के लोग सोने के लिए बड़े बड़े पत्थरों का इस्तेमाल किया करते थे। उस समय इन पत्थरों से कीड़े मकोड़े के चढ़ने की आशंका ज़्यादा होती थी।
एक बार जब एक राजा के नौकर ने उसके सोने के पत्थर के ऊपर कपड़ा ढंक दिया। तो राजा उस रात बड़े ही आराम से सोया। उसके बाद से सबने पत्थरों के तकिए को छोड़कर कपड़े तकिया बनाना शुरू किया। और इस तरह तकिए का आविष्कार हुआ।
प्रश्न 2 : रात के अंधेरे में हेड लाइट जैसी रौशनी देने वाले भौरे का नाम क्या है और यह कहा पाए जाते हैं?
उत्तर : हेड लाइट जैसी रौशनी देने वाले इस अनोखे भौंरे का नाम भी ” हैडलाइट बीटल ” है। यह दुनिया के सबसे बड़े एमेजॉन के घने जंगलों में पाया जाता है। यह भौंरे दुनिया के इकलौते ऐसे भौंरे हैं, जिनकी आंखें रात के समय में बिल्कुल एक हेड लाइट की तरह चमकती हैं। जिससे रात के अंधेरे में भी यह अपने आस पास की चीज़ों को बड़े ही आसानी से देख पाती है।
प्रश्न 3 : पोटेटो चिप्स की रेसिपी कैसे बनकर तैयार हुई?
उत्तर : एक बार जब एक रिस्ट्राउट में ग्राहक ने चावल ऑर्डर किए, तब उसे पड़ोसा गया चावल बिल्कुल भी पसंद नही आया। और उसने शिकायत दर्ज करते हुए यह कहा कि यहां का शेफ यानी बावर्ची बिल्कुल अलबेला है। उसे थोड़ा भी तजुर्बा नही है। चावल बिल्कुल कच्चा और मोटा था।
यह बात उस शेफ को बहुत बुरी लगी और उसने एकदम बारीक आलू को काटकर उसे डीप फ्राई करके उसमे नमक डाल दिया। इसके बाद जिसने भी यह चिप्स खाई उन सबको यह इतना पसंद आया कि आज यह बहुत ही मशहूर है।
प्रश्न 4 : उस मछली का नाम क्या है जिसकी मृत्यु के बाद उसे कोई भी नहीं देख सकता है?
उत्तर : “कॉमब जेली फिश” मछली की एक ऐसी प्रजाति है, जो अपने जीवन के अंतिम चरण में पहुंचते ही अपने ही परिवार में मौजूद छोटे सदस्य द्वारा निगल ली जाती हैं। हैरानी की बात यह है कि जब इनके ही परिवार के दूसरे छोटे सदस्य इस मछली को खाने के लिए आगे बढ़ते हैं, तब यह बूढ़ी मछलियां बिल्कुल भी इधर उधर नहीं भागती और न ही इनसे लड़ती हैं। बल्कि बड़े ही आसानी से यह छोटी कॉमब फिश द्वारा खा ली जाती हैं।
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